कर्नल सोफिया कुरैशी मामले में मंत्री विजय शाह के खिलाफ केस दर्ज

इंदौर। कर्नल सोफिया कुरैशी के संबंध में आपत्तिजनक बयान देने के चलते राज्य उच्च न्यायालय के आदेश के परिप्रेक्ष्य में बुधवार रात आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह के खिलाफ इंदौर जिले के मानपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। इस मामले में कल भी उच्च न्यायालय में सुनवायी होने की संभावना है। पुलिस की ओर से बुधवार की देर रात एक विज्ञप्ति जारी कर कहा गया है कि मानपुर थाने के अधीन आने वाले रायकुंडा गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह ने आमसभा को संबोधित किया था।
उनके संबोधन के कुछ अंश मीडिया में वायरल हुए। राज्य उच्च न्यायालय ने इसका स्वत: संज्ञान लेते हुए आज ही इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए थे। इसी के परिपालन में मानपुर थाने में देर रात विजय शाह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152, 196(1)(ख) और 197(1)(ग) के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की गयी है। इसके पहले जबलपुर में राज्य उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अतुल श्रीधरन और न्यायाधीश अनुराधा शुक्ला की पीठ ने इस मामले में मीडिया में आई खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के महाधिवक्ता प्रशांत सिंह को आज ही प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए। अदालत ने महाधिवक्ता से कहा कि इस आदेश के संबंध में तत्काल राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को अवगत कराया जाए और इसका क्रियान्वयन नहीं होने पर इस मामले में अवमानना संबंधी कार्यवाही भी की जा सकती है। अदालत ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152, 196(1)(बी) और 197(1)(सी) के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए हैं। ये धाराएं देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरा पहुंचाने जैसे कृत्यों से संबंधित हैं। अदालत के इस महत्वपूर्ण आदेश के बाद मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ गयी प्रतीत होती हैं, लेकिन फिलहाल आज रात उन्होंने त्यागपत्र नहीं दिया है।
माना जा रहा है कि इस संबंध में अदालत की गुरुवार की कार्यवाही पर भी सबकी नजर रहेगी। मंगलवार से उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो इंदौर जिले के महू विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम का है। उसमें वे सार्वजनिक मंच से संबोधन दे रहे हैं और इस अवसर पर एक महिला नेता समेत अनेक लोग मौजूद रहे। मंत्री शाह कहते हुए सुने जा रहे हैं,…..जिन्होंने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े थे…हमने उन्हीं की बहन भेजकर….। मंत्री शाह इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल हुए। इस मामले को भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने संज्ञान में लेने के साथ ही प्रदेश भाजपा इकाई ने मंत्री की जमकर क्लास लगाई। मंत्री ने अपने बयान के दौरान कुछ असंसदीय शब्दों का भी उपयोग किया। इस घटनाक्रम के बाद मंत्री ने माफी भी मांगी, लेकिन मीडिया के सामने माफी मांगने संबंधी बयान के बाद उनका हंसते हुए वीडियो भी वायरल हो गया। यह वीडियो भी मंत्री की किरकिरी का कारण बन गया।